सोमवार, 18 फ़रवरी 2013

.......तो सही.......



कुछ लोग तो फिर भी जिन्दा हैं अभी
कभी हमारे शहर आइये तो सही

हर तरफ शोर चारों ओर हाहाकार है
कभी आप भी शोर मचाइए तो सही

सुर्ख़ियों में है हमारे शहर की लड़कियां
आप भी कुछ ऐसी खबर सुनाइए तो सही

आँख नाक कान सब बंद कर चुके हैं
आप भी गाँधी के बंदर बनाइये तो सही

कुंभ कुंभ सब महाकुंभ महिमा अपरंपार है
आप भगदड़ का मुद्दा उठाइए तो सही

पोल खोलती यह बाजारवाद की हर पल
पल भर के लिए आप पधारिये तो सही

उनकी हंसी है की रूकती नहीं अब तक
आप बस एक बार मुस्कुराइए तो सही.......|

6 टिप्‍पणियां:

मेरी रचनाओं पर आपके द्वारा दिए गए प्रतिक्रिया स्वरुप एक-एक शब्द के लिए आप सबों को तहे दिल से शुक्रिया ...उपस्थिति बनायें रखें ...आभार