शुक्रवार, 28 सितंबर 2012

मैं क्या करूँ.....


मैं क्या कहूँ
मैं क्या करूँ
क्या 
मैं ये कहूँ की-
तुम बहुत बुरी थी
बेवफा थी
धोखेबाज थी
तो सुन लो
मैं
नहीं कह सकता,
क्या 
शराब की लत लगा डालूँ
तुम्हारे गम में जीना छोड़ दूँ
या फिर
तुम्हारे याद में
तड़पता रहूँ
बताओ मैं क्या करूं
तो सुनो
मैं 
ये भी नहीं कर सकता
आखिर
किस बात से खुश होओगी तुम
मैं भी कैसा पागल हूँ..
तुम्हे अगर मालूम ही होता
फिर तुम जाती ही क्यों
मुझे
अकेला और
बेसहारा छोड़कर .......