पुकार है
चारों ओर हाहाकार है
लड़कियाँ लाचार है
समाज खूंखार है
बोटियाँ तैयार है
नोचनेवाला होशियार है
सारी दुनिया शर्मसार है
क्या
सिर्फ और सिर्फ
लड़कियाँ जिम्मेदार है...?
ये कैसा जनादेश है
चारों ओर आवेश है
संसद से सड़क तक
भीड़ आज व्यस्त है
लड़कियाँ अभिशप्त है
आसमां रो रहा
धरती चीख रही
ये कैसा जनादेश है
कैसा जनादेश है
कैसा जनादेश है..
कैसा जनादेश है...........
आज सब की यही स्थति है .......
जवाब देंहटाएंमेरा भी यही सवाल है ......
सभी इस प्रश्न का ज़वाब ढूँढ़ रहे हैं....बहुत प्रभावी अभिव्यक्ति..
जवाब देंहटाएंसच है सब लाचार है..
जवाब देंहटाएंकौन है यहाँ इस सवाल का उत्तर देने के लिए.....
जवाब देंहटाएंबेबसी का एहसास पसरा पड़ा है...
अनु